चंडीगढ़ के दो क्लबों के बाहर हाल ही में धमाके हुए हैं, जिनके पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ होने की बात सामने आई है। इनमें से एक क्लब मशहूर रैपर बादशाह से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इस घटना की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और गोदारा ने ली है। उनका दावा है कि धमाके इसलिए कराए गए क्योंकि क्लब मालिकों ने उनसे मांगी गई “प्रोटेक्शन मनी” (सुरक्षा शुल्क) देने से इनकार कर दिया था।
घटना का विवरण:
1. स्थान: धमाके चंडीगढ़ के दो प्रसिद्ध नाइट क्लबों के बाहर हुए।
2. प्रभाव: घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है, हालांकि किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
3. मोटिव: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का आरोप है कि क्लब मालिक उनकी शर्तों को नजरअंदाज कर रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
पुलिस की कार्रवाई: चंडीगढ़ पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इस धमाके के पीछे की साजिश को बेनकाब करने और दोषियों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं।
गोल्डी बराड़-गोदारा का बयान: गैंगस्टर ने सोशल मीडिया पर धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि “यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो उनकी शर्तों का पालन नहीं करते।”
पृष्ठभूमि: लॉरेंस बिश्नोई गैंग और गोल्डी बराड़ का नाम पहले भी इस तरह की घटनाओं में आ चुका है। इनकी गतिविधियां न केवल पंजाब, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बन चुकी हैं।
Chandigarh Blast: जूट की रस्सी के सुराग से जांच शुरू, देर रात धमाके से मचा हड़कंप
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में एक क्लब के बाहर हुए बम धमाके ने शहर में सनसनी फैला दी। घटना सुबह करीब 3:15 बजे की है, जब रेस्टोरेंट बंद था। इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन दरवाजे के शीशे टूट गए।
घटना का विवरण
धमाका: सेक्टर-26 में एससीओ नंबर 23 के पास देर रात 3:15 बजे जोरदार धमाका हुआ।
मौके से मिले सुराग: घटनास्थल से पुलिस ने जूट की रस्सी के टुकड़े बरामद किए।
पुलिस कार्रवाई: पीसीआर और सीएफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।
सीसीटीवी नहीं था चालू: क्लब में लगे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे, जिससे जांच में मुश्किलें आ रही हैं।
कर्मचारियों का बयान
रेस्टोरेंट के कर्मचारी पूरन ने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वे बाहर आए तो दरवाजे के शीशे टूटे हुए पाए। घटना के वक्त रेस्टोरेंट में 7-8 कर्मचारी मौजूद थे, लेकिन किसी को चोट नहीं आई।
पिछले मामलों से जुड़ाव?
सितंबर की घटना: इससे पहले, सेक्टर-10 की एक कोठी पर 11 सितंबर को हैंड ग्रेनेड हमला हुआ था। उस घटना की जांच एनआईए कर रही है।
72 घंटे में कार्रवाई: उस मामले में पंजाब पुलिस ने 72 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
जांच जारी
चंडीगढ़ पुलिस ने कहा है कि सीएफएसएल टीम के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी मामले की जांच में जुटी हैं। धमाके के पीछे की मंशा और आरोपियों का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
निष्कर्ष: यह घटना फिर से गैंगस्टर संस्कृति के बढ़ते प्रभाव और सुरक्षा चुनौतियों की ओर इशारा करती है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को अब और सतर्क होकर इन मामलों से निपटने की जरूरत है।
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